Aaj Ka Panchang: आज ’04 मई ‘ 2024 का शुभ मुहूर्त, पढ़ें दिशाशूल, तिथि और शुभ कार्य

Aaj Ka Panchang: आज 04 मई 2024 का शुभ मुहूर्त, पढ़ें दिशाशूल, तिथि और शुभ कार्य :-

~Aaj Ka Panchang वैदिक पंचांग ~

♣ आज का पंचांग ♣

♦ दिनांक – 04 मई 2024
♦ दिन – शनिवार
♦ विक्रम संवत – 2081 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2080)
♦ शक संवत – 1946
♦ अयन – उत्तरायण
♦ ऋतु – ग्रीष्म ऋतु
♦ मास – वैशाख (गुजरात और महाराष्ट्र अनुसार चैत्र)
♦ पक्ष – कृष्ण
♦ तिथि – एकादशी रात्रि 08:38 तक तत्पश्चात द्वादशी
♦ नक्षत्र – पूर्वभाद्रपद रात्रि 10:07 तक तत्पश्चात उत्तरभाद्रपद
♦ योग – इन्द्र सुबह 11:04 तक तत्पश्चात वैधृति
♦ राहुकाल – सुबह 09:21 से सुबह 10:58 तक
♦ सूर्योदय – 06:07
♦ सूर्यास्त – 19:03
♦ दिशाशूल – पूर्व दिशा में
♦ व्रत पर्व विवरण – वरूथिनी एकादशी, पंचक
♦ विशेष – 💥 हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l  राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।

♦ आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है।

♦ एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।

♦ एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।

♦ जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।

♦ ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।’ (ब्रह्म पुराण’)

♦ शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय।’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण’)

♦ हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)

♦ वरूथिनी एकादशी पर शंख से अभिषेक कर भगवान विष्णुजी के इस अवतार की पूजा करे।

Aaj Ka Panchang वरूथिनी एकादशी :-

♦ 04 मई 2024 शनिवार को वरूथिनी एकादशी है ।
वरूथिनी एकादशी (सौभाग्य, भोग, मोक्ष प्रदायक व्रत; १०,००० वर्षों की तपस्या के समान फल | माहात्म्य पढ़ने-सुनने से १००० गोदान का फल )

Aaj Ka Panchang आईना टूटे ना रखे :-

इसे टूटे हुये कंचों में चेहरा देखना अपशकुन माना जाता है | घर में आईना टूट गया हो तो उसको निकाल देना चाहिये दूसरा लगा देना चाहिए।

Aaj Ka Panchang एकादशी के दिन करने योग्य :-

एकादशी को दिया जलाके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें …….विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l

Aaj Ka Panchang एकादशी के दिन ये सावधानी रहे :-

महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है… तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है…ऐसा डोंगरे जी महाराज के भागवत में डोंगरे जी महाराज ने कहा

Aaj Ka Panchang वरुथिनी एकादशी व्रत कथा :-

धर्मराज युधिष्ठिर बोले: हे भगवन्! मैं आपको नमस्कार करता हूँ। आपने चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी अर्थात कामदा एकादसी के बारे मे विस्तार पूर्वक बतलाया। अब आप कृपा करके वैशाख कृष्णा एकादसी का क्या नाम है? तथा उसकी विधि एवं महात्म्य क्या है?

भगवान श्रीकृष्ण ने कहा: हे राजेश्वर! वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी कोवरुथिनी एकादशीके नाम से जाना जाता है। यह सौभाग्य देने वाली, सब पापों को नष्ट करने वाली तथा अंत में मोक्ष देने वाली है। इसकी महात्म्य कथा आपसे कहता हूँ..

प्राचीन काल में नर्मदा नदी के तट पर मान्धाता नामक राजा राज्य करते थे। वह अत्यंत दानशील तथा तपस्वी थे। एक दिन जब वह जंगल में तपस्या कर रहे थे, तभी न जाने कहाँ से एक जंगली भालू आया और राजा का पैर चबाने लगा। राजा पूर्ववत अपनी तपस्या में लीन रहे। कुछ देर बाद पैर चबाते-चबाते भालू राजा को घसीटकर पास के जंगल में ले गया।

राजा बहुत घबराया, मगर तापस धर्म अनुकूल उसने क्रोध और हिंसा न करके भगवान विष्णु से प्रार्थना की, करुण भाव से भगवान विष्णु को पुकारा। उसकी पुकार सुनकर भगवान श्रीहरि विष्णु प्रकट हुए और उन्होंने चक्र से भालू को मार डाला।

राजा का पैर भालू पहले ही खा चुका था। इससे राजा बहुत ही शोकाकुल हुए। उन्हें दुःखी देखकर भगवान विष्णु बोले: हे वत्स! शोक मत करो। तुम मथुरा जाओ और वरूथिनी एकादशी का व्रत रखकर मेरी वराह अवतार मूर्ति की पूजा करो। उसके प्रभाव से पुन: सुदृढ़ अंगों वाले हो जाओगे। इस भालू ने तुम्हें जो काटा है, यह तुम्हारे पूर्व जन्म का अपराध था।

भगवान की आज्ञा मानकर राजा मान्धाता ने मथुरा जाकर श्रद्धापूर्वक वरूथिनी एकादशी का व्रत किया। इसके प्रभाव से राजा शीघ्र ही पुन: सुंदर और संपूर्ण अंगों वाला हो गया। इसी एकादशी के प्रभाव से राजा मान्धाता स्वर्ग गये थे।

जो भी व्यक्ति भय से पीड़ित है उसे वरूथिनी एकादशी का व्रत रखकर भगवान विष्णु का स्मरण करना चाहिए। इस व्रत को करने से समस्त पापों का नाश होकर मोक्ष मिलता है।

Aaj Ka Panchang बहुत समस्या रहती हो तो :-

♦ जिनको कोई तकलीफ रहती है, कर्जा है, काम धंधा नहीं चलता, नौकरी नहीं मिलती तो
♦ सोमवार का दिन हो ना सुबह बेलपत्र, पानी और दूध | पहले दूध और पानी शिवलिंग पर चढ़ा दो फिर बेलपत्र रख दो |
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधं | त्रिजन्म पापसंहारम् एकबिल्वं शिवार्पणं ||

♦ पाँच बत्ती वाला दीपक जलाकर रख दो और बैठकर थोडा अपना गुरुमंत्र जपो | तो जप भी हो जायेगा, जप का जप, पूजा की पूजा, काम का काम।

♦ मंगलवार को २ मिनट लगेंगे अगर गन्ने का रस मिल जाय थोडा सा या घर पर निकाल सकते है | वो थोडा रस शिवलिंग पर चढ़ा दिया।
मृत्‍युंजय महादेव त्राहिमाम् शरणागतमं | जन्म मृत्यु जराव्याधि पीड़ितं कर्मबंधनेहि ||

♦ बुधवार को थोडा जप कर लिया जल आदि चढ़ा दिया, नारियल रख दिया अगर हो तो नहीं तो कोई जरुरत नहीं है | जिनको ज्यादा तकलीफे है उनके लिए है और जिनको न हो तो हरि ॐ तत् सत् बाकी सब गपसप।

Aaj Ka Panchang शनिवार के ज्योतिष उपाय :-

शनिवार को अपने जीवन में सुख, समृद्धि, धन, वैभव, और मान-सम्मान की प्राप्ति के लिए निम्नलिखित ज्योतिष उपाय कर सकते हैं:

  1. हनुमान चालीसा का पाठ :- शनिदेव की कुदृस्ति से बचने के लिए हनुमान चलिशा का पाठ करे ये आपके जीवन में सुख और शांति लाने में मदद करेगा।
  2. काली गाय की सेवा: शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए काली गाय की सेवा करें।
  3. हनुमानजी की पूजा: शनिदेव के प्रकोप से पीड़ित होने पर हनुमानजी की पूजा करें।
  4. लाल किताब और ज्योतिष के अनुसार कार्य: शनिवार को लाल किताब और ज्योतिष के अनुसार कुछ कार्य करें।

याद रखे शनिदेव के उपायों को नियमित रूप से करने से ही उनकी किरपा दृष्टि बानी रहेगी जिससे जीवन खुसियल होगा।

|| ♥ धन्यवाद् ♥ ||


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